राज्यपाल बेबरानी मौर्य ने कहा कि इस वक्त कोरोना मरीजों के लिए सबसे कारगर दवा सोशल वैक्सीन है। यानि प्रेम और सहानुभूति से उनका इलाज किया जाए।
यदि मरीजों से डॉक्टर और स्टाफ प्रेम से बात करते हैं तो उनकी आधी बीमारी उसी वक्त खत्म हो जाती है। राज्यपाल ने गुरुवार को दून अस्पताल पहुंचकर मेडिकल स्टाफ और मरीजों का हौसला बढ़ाया।
राज्यपाल ने डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मियों से बात की। वीडियो कॉल के माध्यम से आईसयीयू में भर्ती मरीजों का हाल जाना। उनसे इलाज और सुविधाओं की जानकारी ली।
मरीजों का बेहतर फीडबैक मिलने पर अफसरों की पीठ थपथपाई। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना, एमएस डॉ. केके टम्टा, डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने राज्यपाल को अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने अफसरों से बायोमेडिकल वेस्ट के बारे में भी जानकारी ली। प्लांट स्थापित किए जाने को लेकर व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करने की बात कही।
राज्यपाल ने तमाम संवर्ग के कर्मियों से बात की। उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि उनको जरा भी दिक्कत पेश न आए। उन पर कोई दबाव न बनाया जाए। कोरोना ड्यूटी में लगे स्टाफ के परिवार का भी ध्यान रखा जाए। उन्हें कोई समस्या आए या किसी चीज की जरूरत हो तो उसका समाधान कराए।
कोई स्टाफ संक्रमित न हो, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए जाएं। फिर वह ग्राफिक एरा में बने क्वारंटाइन सेंटर पहुंचीं, यहां भी व्यवस्थाओं का जायजा लेकर उत्साहवर्धन किया।