धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण का सूतक लगने के बाद किसी गरीब या असहाय व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आप पाप के ज्यादा भागीदार बनते हैं.साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को सुबह शुरू होगा. यह ग्रहण दोपहर 03 बजकर 04 मिनट तक रहने वाला है. ज्योतिर्विदों की मानें तक ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले यानी 20 जून को रात करीब 9 बजकर 25 मिनट से लगेगा. ग्रहण में सूतक काल काफी अहम माना जाता है
सूतक लगने के बाद मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. सूतक के दौरान पूजा-पाठ नहीं करनी चाहिए और भगवान की मूर्तियों को हाथ से स्पर्श भी नहीं करना चाहिए.
ग्रहण का सूतक काल लगने के बाद नुकीली चीजों का इस्तेमाल करना अशुभ माना जाता है. सूतक के दौरान कैंची, चाकू, कांटा या सुई जैसी धारदार और नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचें.
इस दौरान गर्भवती महिलाओं को खाने में छोंक या तड़का भी नहीं लगाना चाहिए. खाने को जितना साधारण रख सकें उतना बेहतर होगा.
सूतक काल लगने के बाद मांस-मछली, शराब या सिगरेट आदि का सेवन करने की भी मनाही होती है. सूतक लगने के बाद से ही इसका सख्त परहेज करना चाहिए.
सूतक काल लगने के बाद मांस-मछली, शराब या सिगरेट आदि का सेवन करने की भी मनाही होती है. सूतक लगने के बाद से ही इसका सख्त परहेज करना चाहिए.
बालों पर कंघी करना, दांतून करना या नाखून काटना भी सूतक के दौरान अशुभ माना जाता है. इसलिए ग्रहण के दौरान ऐसा कोई काम ना करें.