कांवड़ पर माता-पिता को बिठाकर गंगाजल के लिए हरिद्वार पहुंचा कांवड़िया
हरिद्वार, माता-पिता की सेवा के लिए श्रवण कुमार की हमेशा से नजीर दी जाती है। लेकिन गाजियाबाद निवासी एक युवक जिस अंदाज में अपने माता-पिता को लेकर गंगाजल लेने पहुंचा, उसे लोग आधुनिक श्रवण कुमार कह रहे हैं।
हरिद्वार पहुंचे गाजियाबाद के केमरीपुर निवासी विकास गहलोत ने मां-पिता की सेवा का अनुपम उदाहरण पेश किया है। वह कंधों पर रखी कांवड़ पर एक तरफ मां और दूसरी तरफ पिता को बिठाकर गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे हैं। वह नौ दिन की इस यात्रा में पूरे रास्ते पैदल ही इसी तरह अपने मां-पिता को कांवड़ पर बिठाकर ले जाएंगे। सोमवार को हरिद्वार पहुंचे विकास ने हरकी पैड़ी पर गंगाजल भरा और वह फिर कंधे पर कांवड़ रखकर माता-पिता को बिठाकर वापस अपने गंतव्य को लौट गए हैं। रास्ते में जहां से भी वह गुजर रहे हैं, लोग उन्हें आधुनिक श्रवण कुमार कह रहे हैं और उनको लेकर चर्चा कर रहे हैं।